Monday, December 8, 2008

स्वागतम

स्वागतम
मेरे प्रथम चिट्ठे पर आप का स्वागत है।
इस चिठे पर आपको मेरे अंतस से विरचित रचनाएँ पढ़ने को समय समय पर मिलेंगी।
यद्यपि मेरी एक रचना पर शोध कार्य भी एक विश्व विद्यालय द्वारा कराया जा चुका है।
अपनी रचनाओं को संजाल के मध्यम से जन जन अधिकारी तक पहुँचने के उद्येश्य में यह चिटठा सफल हो इसी आशा और विश्वास के साथ।
आपका
विकलाकवि

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