Tuesday, December 23, 2008

हमें हिन्दी और हिन्दुस्तान प्यारा है॥


हिन्दी है सुलभ अभिव्यक्ति विचारन्ह की-

हिन्दी भाव-जान्हवी की एक पुण्य धारा है।

हिन्दी है प्रवाह एक हिन्दी है बहाव एक,

हिन्दी है लगाव जाहि जन जन प्यारा है॥

आओ हम प्रसार औ प्रचार करें पुष्ट और,

हिन्दी विश्व व्यापे आज जागे एक नारा है।

शपथ ग्रहण करें आज हिन्दी माता की,

कहें कि हमें हिन्दी और हिन्दुस्तान प्यारा है॥

1 comment:

P.N. Subramanian said...

जब तक सुलभ अभिव्यक्ति की बात करते हैं तो फिर हिन्दी हमारी है नहीं तो फिर राम राम.