मां सरस्वती की सेवा में रत साधक का एक सद्प्रयास
कर चूर इरादे दुश्मन के,
भारत के वीर सिपाही दें,
दुनियाँ के कोने कोने में,
भारत का पावन यश भर दें।
जग करे नमन-तुझे, मेरे वतन।
इतिहास जगत नित कहता रहे.....
सावन में चमन, फागुन में सुमन....॥
वीर रस से ओत-प्रोत सुंदर रचना
desh ko aise kaviyon ki zaroorat hai
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वीर रस से ओत-प्रोत सुंदर रचना
desh ko aise kaviyon ki zaroorat hai
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