Tuesday, January 6, 2009

भारत का पावन यश भर दें।


कर चूर इरादे दुश्मन के,

भारत के वीर सिपाही दें,

दुनियाँ के कोने कोने में,

भारत का पावन यश भर दें।

जग करे नमन-तुझे, मेरे वतन।

इतिहास जगत नित कहता रहे.....

सावन में चमन, फागुन में सुमन....॥

2 comments:

दिगम्बर नासवा said...

वीर रस से ओत-प्रोत सुंदर रचना

Truth Eternal said...

desh ko aise kaviyon ki zaroorat hai